विश्व दृष्टि दिवस पर ‘वॉक फॉर आईज’ में शामिल हुए सैकड़ों लोग
- By Sheena --
- Saturday, 15 Oct, 2022
world eye sight day celebration in chandigarh
चंडीगढ़: वीरवार को ‘विश्व दृष्टि दिवस’ (वल्र्ड साइट डे) के अवसर पर ट्राईसिटी के नेत्र रोग विशेषज्ञों के साथ एक विशेष आयोजन ‘वॉक फॉर आईज’ में सैकड़ों लोग शामिल हुए। वॉक का आयोजन चंडीगढ़ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी (सीओएस) द्वारा किया गया था और सेंटिस- ऑप्थलोमेलिक उत्पादों में विशेषज्ञता वाली एक प्रमुख फार्मास्टिकुल द्वारा समर्थित था। विश्व दृष्टि दिवस-2022 की थीम ‘लव योअर आईज-अपनी आंखों से प्यार करें’ है। वॉक फॉर आइज की शुरूआत प्रतिष्ठित रॉक गार्डन से शुरू हुई और सुखना लेक पर समाप्त हुई।
इस मौके पर पदमश्री प्रो.जगत राम, प्रसिद्ध नेत्र सर्जन और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर), चंडीगढ़ के पूर्व निदेशक मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर प्रो. जगत राम ने कहा कि ‘‘आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं क्योंकि ये हमें दुनिया को देखने में मदद करते हैं। हमें उनके स्वास्थ्य के बारे में बहुत जागरूक होने की जरूरत है और इस तरह की आयोजनों से आंखों की देखभाल की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलती है।’’
प्रो.एस.एस. पांडव, प्रमुख, एडवांस आई सेंटर, पीजीआईएमईआर ने नेत्रहीनों के परिवारों पर पडऩे वाले आर्थिक बोझ को लेकर बात रखी और देश में अंधेपन के खतरे से निपटने में सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर भी जोर दिया।
प्रो.जसप्रीत सुखीजा, प्रेसिडेंट, चंडीगढ़ ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी ने क्षेत्र के नेत्र विशेषज्ञों से ट्राईसिटी में उपलब्ध आई केयर (आंखों की देखभाल) के उच्च मानकों को बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने में समाज उनका समर्थन करने के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेगा।
सेंटिस के वीपी और हेड इंडिया बिजनेस श्री इंद्रजीत सूद ने कहा कि ‘‘हमने इस वॉक को आयोजित करने के लिए अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के हिस्से के रूप में सीओएस के साथ सहयोग किया है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़, जीएमसीएच, सेक्टर 32, चंडीगढ़, जीएमएसएच, सेक्टर 16, चंडीगढ़ के नेत्र रोग विशेषज्ञ तथा प्रमुख निजी अस्पतालों और क्लीनिकों ने अंधेपन की समस्या और परिमाण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस वॉक के लिए एक साथ आए हैं।’’ डॉ.एस.पी. एस.ग्रेवाल, संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर, ग्रेवाल आई इंस्टीट्यूट ने भी वॉक में भाग लिया।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में 2.2 बिलियन लोगों में विभिन्न तरह के दृष्टि दोष है और इनमें से लगभग आधे लोगों की दृष्टि को जाने से रोका जा सकता है या इससे बचाया जा सकता है। यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि तत्काल और स्थायी प्रयासों के बिना, नेत्रहीन लोगों की संख्या 2050 तक 115 मिलियन तक पहुंच सकती है।
समापन प्वाइंट-सुखना झील पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए। आंखों की देखभाल की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया। सीओएस के मानद सचिव डॉ चिंतन मल्होत्रा ने सभी प्रतिभागियों और आयोजकों एवं अन्य उपस्थित लोगों को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।